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आगरा में भी आज प्राइवेट डॉक्टर करेंगे हड़ताल




- आइएमए की बैठक में लिया गया निर्णय

- डॉ. अर्चना शर्मा प्रकरण से है आक्रोश

- 24 घंटे तक ठप रहेंगी इमरजेंसी सेवाएं


न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा, 31 मार्च । शहर में इलाज कराने के लिए जो मरीज आज बाहर से आएंगे उन्हें परेशानी हो सकती है। प्राइवेट डॉक्टर्स गुरुवार को 24 घंटे के लिए चिकित्सीय इमरजेंसी सेवाओं को बंद रखेंगे। राजस्थान के दौसा शहर में महिला चिकित्सक द्वारा खुदकुशी करने के बाद आईएमए के डाक्टर्स में आक्रोश व्याप्त है।
आगरा के 1450 प्राइवेट अस्पताल, क्लीनिक, पैथोलाजी, इमेजिंग सेंटर आदि गुरुवार सुबह छह बजे से शुक्रवार सुबह छह बजे तक हड़ताल पर रहेंगे। डॉक्टर्स मरीजों का इलाज नहीं करेंगे। 24 घंटे के लिए इमरजेंसी सेवाएं ठप रहेंगी। बता दें कि राजस्थान के दौसा शहर के लालसोट स्थित आनंद हॉस्पिटल में डिलीवरी के बाद प्रसूता के ब्लीडिंग होने लगी और उसकी मौत हो गई। इस मामले में हॉस्पिटल में हंगामे के बाद पुलिस ने हॉस्पिटल संचालक डॉ. अर्चना शर्मा के खिलाफ  हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। इससे घबराकर डॉ. अर्चना शर्मा ने खुदकुशी कर ली। इस मामले पर देश भर के डॉक्टर्स में रोष है। 
आगरा में इस मामले को लेकर बुधवार को तोता का ताल स्थित आइएमए भवन पर बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया है कि गुरुवार सुबह छह बजे से शुक्रवार सुबह छह बजे तक सभी प्राइवेट डॉक्टर्स हड़ताल पर रहेंगे। इमरजेंसी सेवाएं भी ठप रहेंगी, कोई नया मरीज भर्ती नहीं किया जाएगा। आगरा के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल, क्लीनिक, पैथोलाजी लैब, इमेजिंग सेंटर 24 घंटे के लिए बंद रहेंगे। आईएमए अध्यक्ष राजीव उपाध्याय ने बताया  सुप्रीम कोर्ट का एक आदेश है जिसके तहत किसी भी चिकित्सक के ऊपर कोई भी केस दर्ज तब तक नहीं किया जा सकता जब तक मेडिकल बोर्ड द्वारा उस पर केस की जांच ना हो जाए। उसके बावजूद भी ऐसा बहुत बार देखा गया है कि पुलिस अपना तानाशाही रवैया अपनाते हुए चिकित्सकों के ऊपर केस दर्ज कर देती है। डॉ. प्रदीप सिंह ने महिला चिकित्सक के परिवार के लिए सबसे बड़ा संकट का समय बताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि दोषियों को पकड़ा जाना चाहिए एवं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। डॉ. पंकज नगायच ने कहा कि इससे ज्यादा वीभत्स एवं लोमहर्षक घटना हो नहीं सकती। डॉ. गौरव खंडेलवाल ने कहा कि दोषियों को सजा दी जाए और चिकित्सकों को भी अपने स्तर पर ऐसी घटनाओं से लडऩे के लिए तैयार रहना चाहिए।
बैठक में आइएमए के अध्यक्ष डॉ. राजीव उपाध्याय, पूर्व अध्यक्ष डॉ. रवि मोहन पचौरी, सचिव डॉ. अनूप दीक्षित आदि उपस्थित रहे।

गंभीर मरीजों को होगी परेशानी
आगरा। आगरा में आसपास के जिलों के मरीज भी इलाज के लिए आते हैं। गांवों के कुुछ मरीज जिला अस्पताल, एसएन मेडिकल कॉलेज और लेडी लायल अस्पताल में इलाज के लिए जाते हैं। वहीं बड़ी संख्या प्राइवेट अस्पतालों और डॉक्टरों के पास इलाज कराते हैं। ऐसे में अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीज, नए मरीज और इमरजेंसी में आए मरीजों को काफी परेशानी होगी। 

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