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संघर्ष का समाधान केवल गांधीजी के विचारों द्वारा ही संभव-मुईन बाबू

 


न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा, 02 अक्टूबर। महात्मा गांधी की 153वीं जयंती पर पूरे जनपद में कई कार्यक्रम आयोजित हुए। गांधीजी के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया। समाजवादी पार्टी के द्वारा नाई की मंडी में एक कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसके मुख्य अतिथि वरिष्ठ सपा नेता और समाजसेवी मुईन बाबूजी रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा गांधी की तस्वीर पर माल्यार्पण कर किया गया। मुख्य अतिथि मुईन बाबू ने कहा कि ऐसे समय में जब पूरे विश्व में हिंसा का बोलबाला है, राष्ट्र आपस में उलझ रहे हैं, मानवता खतरे में है, गरीबी, भुखमरी और कुपोषण लोगों को लील रही है तो गांधी के विचार बरबस प्रासंगिक हो जाते हैं। अब विश्व जगत भी महसूस करने लगा है कि गांधी के बताए रास्ते पर चलकर ही विश्व को आतंकवाद, द्वेष और हिंसा से बचाया जा सकता है। 
मुईन बाबूजी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष इसे मनाना एक विशेष महत्व रखता है क्योंकि राष्ट्र स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। यह समय हम सभी के लिए गांधीजी के सपनों के भारत को आकार देने की दिशा में काम करने का है।
उन्होंने कहा कि संघर्ष का समाधान गांधी के विचारों द्वारा ही किया जा सकता है। संघर्ष चाहे एक परिवार में हो, समाज में हो, देश में हो या फिर अंतरराष्ट्रीय हो। गांधी के सत्य, अहिंसा और सत्य ग्रह ऐसे साधन है, जिनके द्वारा संघर्ष को स्थाई रूप से किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने गांधी जयंती को अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के रूप में घोषित किया है। उन्होंने बताया कि यदि हम इसे राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय पर लागू करना चाहते हैं, तो इसे पहले व्यक्तिगत तौर पर लागू करना आवश्यक है। अगर हमारे में धैर्य है, तो कोई विवाद ही नहीं होगा और विवाद हो गया, तो धैर्य द्वारा उसे हल कर लिया जाएगा।
इस अवसर पर मो. युसूफ, नदीम अब्बासी, मो. जुबैर, छिंगा भाई, अब्दुल अमन, निजाम अब्बासी, फैजान, अब्दुल नफीस, असलम, मुबीन अहमद, रोहित, फुरकान अंसारी आदि मौजूद रहे।

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