-स्पाइसी शुगर संस्था के कार्यक्रम में भारत की वंडर गर्ल हरियाणा की जह्वावी पंवार के ज्ञान और विवेक ने बड़े-बड़ों को किया अचम्भित
न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा, 10 मई । 13 वर्ष की उम्र में 12वीं पास कर कालेज जाने वाली हरियाणा के समालखा के मालपुर जैसे छोटे से गांव की लड़की को उसके पापा ने इंडियाज वंडर गर्ल जह्नावी पंवार बनाया। पापा की मेहनत रंग लाई और आज जह्नवी को सारी दुनिया जानती है। मोटीवेशनल स्पीकर, टीवी एंकर, नौ विदेशी लहजों में महारथ हासिल करने वाली जह्नावी जब आज स्पाइसी शुगर संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पहुंची तो 10-12 वर्ष के बच्चों से लेकर 60 वर्ष की महिलाएं तक उन्हें सुनने को उत्सुक दिखीं।
स्पाइसी शुगर संस्था की अध्यक्ष पूनम सचदेवा और डॉक्टर रंजना बंसल ने जह्नावी व उनके पिता ब्रज मोहन का स्वागत कर परिचय दिया।
जह्नावी ने कहा कि अपने सुख और दुख की डोर किसी के हाथों में न दें। आप इतने कमजोर नहीं हो सकते कि किसी की बातें आपको दुखी कर दें या खुश कर दें। लोगों के ओपिनियन, सुझावों को अपने ऊपर हावी कर लेते हैं। आपके प्रति किसी का ओपिनियन उस व्यक्ति के व्यक्तित्व को दर्शाता है न कि आपके। इसलिए हमेशा सकारात्मक रहें। किसको कितने लाइक मिले, किसे कितनों ने सब्सक्राइब किया, इस बात को लेकर दुखी हैं। टारगेट अचीवर बने, कभी नहीं हारेंगे। उम्र का कम या ज्यादा होना मायने नहीं रखता। कुछ सीखने के लिए। कार्यक्रम से पूर्व एक पहल संस्था के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ. रंजना बंसल, आशिता बत्रा, चांदनी ग्रोवर, पांवनी सचदेवा, अंजुल सिंघल, दिव्या वाधवा, हरमीत चोपड़ा, कोमिला धर, मीनू, निष्ठा गोयल, सिमरन, पुष्पा, शिप्रा, स्वाती परसवानी, गरिमा, रितु, रुचि आदि उपस्थित थीं।
स्कूल के रिजल्ट के नम्बर आपके
ज्ञान का निर्णय नहीं कर सकते
आगरा। जह्नावी ने कहा कि रिपोर्ट कार्ड के नम्बर आपके ज्ञान का आंकलन नहीं कर सकते। क्योंकि आपने निश्चित कोर्स को पूरे साल पढ़कर या कुछ दिन में पढ़कर परीक्षा दी है। हमें अपनी क्षमताओं को पहचानना चाहिए। उसने कहा कि वह जो कुछ आज है, वह उसके पापा के चलते हैं। गांव में रहने के बाद भी उन्होंने उसे अच्छी और अंग्रेजी की शिक्षा दिलाई। अच्छी इंग्लिश आज की सबसे बड़ी जरूरत है।
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