व्यक्तित्व विकास में एनसीसी
के योगदान पर हुआ व्याख्यान
आगरा कॉलेज में एनसीसी विंग का कार्यक्रम
| डॉ. अनुराग शुक्ला |
न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा। जीवन का पहला पाठ आत्मानुशासन का पाठ होता है। एनसीसी का उद्देश्य अनुशासित मानव की फौज तैयार करना है। कैडेट जब एनसीसी के गहन प्रशिक्षण से गुजरता है तो 24 कैरेट सोने की तरह खरा बनकर उसका विकास होता है। यह कहना है आगरा कॉलेज के नवागत प्राचार्य डॉ अनुराग शुक्ला का।डॉ. शुक्ला आगरा कॉलेज में सेमिनार हॉल में एनसीसी आर्मी विंग द्वारा आयोजित 'व्यक्तित्व विकास में एनसीसी का योगदान' विषय पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कैडेट्स को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि हमें अपने अंदर के अनुभव से लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए न कि किसी दूसरे से प्रेरित होकर। साथ में लक्ष्य निर्धारित करते हुए अपनी क्षमताओं एवं योग्यताओं का भी आकलन करना चाहिए।
प्राचार्य डॉ. शुक्ला ने आने वाले समय में एनसीसी की अधिक से अधिक गतिविधियां आयोजित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वर्दी पहनने के बाद ऐसे स्टूडेंट्स महाविद्यालय में सामान्य छात्र-छात्राओं से अलग हो जाते हैं और उनके दायित्व भी अधिक बढ़ जाते है।
आर्मी विंग के कंपनी कमांडर लेफ्टिनेंट अमित अग्रवाल ने प्राचार्य का स्वागत करते हुए एनसीसी के उद्देश्य एवं कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर कैडेट्स ने कॉलेज के नवागत प्राचार्य डॉ अनुराग शुक्ला का भव्य स्वागत किया।
कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व कैडेट्स ने अपने अनुभव साझा करते हुए उपस्थित कैडेट्स को प्रेरित किया। व्याख्यान का संचालन कैडेट नेहा शर्मा ने किया। स्वागत उद्बोधन वर्षा जादौन ने दिया। नंदिनी पवार ने आभार जताया। कैडेट रितेश परिहार ने एनसीसी की विगत पांच वर्षों की उपलब्धियां गिनाई।
| एनसीसी कैडेट्स के साथ मौजूद कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुराग शुक्ला। |
इस अवसर पर अंडर ऑफिसर दीप्ति, अरुण, कमलेश, राजीव, प्रिया, लकी शर्मा, शिवमपाल आदि कैडेट्स ने भी अपने विचार रखे। पूर्व कैडेट्स में तान्या जैन, नितिन भारद्वाज, अमोलक कुमार, यति मंगल, लक्ष्मी बसवराज, शुभम यादव, अमित कुमार, शिवानी परमार आदि उपस्थित रहे।

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