टेक्स कम न करने पर दे दी
सड़क पर उतरने की चेतावनी
संदीप गुप्ता |
न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा। नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा कपड़े पर लगातार बढ़ाये जा रहे टेक्स से व्यापारियों में रोष व्याप्त है। लोहार गली बाजार समिति के महामंत्री संदीप गुप्ता ने कहा कि कपड़े पर टेक्स के मामले में सरकार तुगलकी रवैया अपना रही है। टेक्स अगर कम नहीं किया गया तो व्यापारी किसानों जैसा आंदोलन करने को विवश होंगे।
संदीप गुप्ता ने कहा कि आजाद भारत में कपड़े के ऊपर कभी कोई टेक्स नहीं रहा। मोदी सरकार ने 2017 में तन ढंकने के कपड़े पर टेक्स लगा दिया। व्यापारियों ने महीनों सरकार को आंदोलन करके समझाने की और विनती करने की कोशिश की लेकिन सरकार के कानों पर व्यापारियों के शांतिपूर्ण आंदोलन का कोई असर नहीं हुआ। अभी चार साल भी नहीं हुए थे कि पांच प्रतिशत टेक्स लगा चुकी सरकार का लालच कपड़े पर फिर जागा और 12 प्रतिशत टेक्स एक जनवरी से करने का तुगलकी आदेश जारी कर दिया।
व्यापारी नेता ने कहा कि लगता है सरकार को किसानों जैसी भाषा ही समझ में आती है। व्यापारियों की शांति को सरकार ने उनकी कमजोरी समझ लिया है। संदीप गुप्ता ने कहा कि जिस जिस चीज पर टेक्स ज्यादा लगा है, उस चीज में दो नंबर का कारोबार बढ़ने लगता है। इसके बाद इमानदार व्यापारी परेशान होता है। सरकार को कफन पर और कपड़े पर टैक्स की दर को पांच परसेंट ही रखना चाहिए। जिससे एक आम आदमी पर पहले ही महंगाई का बोझ है वह कम से कम पड़े।
संदीप गुप्ता ने कहा कि आजाद भारत में कपड़े के ऊपर कभी कोई टेक्स नहीं रहा। मोदी सरकार ने 2017 में तन ढंकने के कपड़े पर टेक्स लगा दिया। व्यापारियों ने महीनों सरकार को आंदोलन करके समझाने की और विनती करने की कोशिश की लेकिन सरकार के कानों पर व्यापारियों के शांतिपूर्ण आंदोलन का कोई असर नहीं हुआ। अभी चार साल भी नहीं हुए थे कि पांच प्रतिशत टेक्स लगा चुकी सरकार का लालच कपड़े पर फिर जागा और 12 प्रतिशत टेक्स एक जनवरी से करने का तुगलकी आदेश जारी कर दिया।
व्यापारी नेता ने कहा कि लगता है सरकार को किसानों जैसी भाषा ही समझ में आती है। व्यापारियों की शांति को सरकार ने उनकी कमजोरी समझ लिया है। संदीप गुप्ता ने कहा कि जिस जिस चीज पर टेक्स ज्यादा लगा है, उस चीज में दो नंबर का कारोबार बढ़ने लगता है। इसके बाद इमानदार व्यापारी परेशान होता है। सरकार को कफन पर और कपड़े पर टैक्स की दर को पांच परसेंट ही रखना चाहिए। जिससे एक आम आदमी पर पहले ही महंगाई का बोझ है वह कम से कम पड़े।
0 Comments