न्यूयार्क, 08 दिसंबर। अगर आपका ठंड के मौसम में नहाने का मन नहीं कर रहा है या आप रोज नहीं नहा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। मौसम कोई भी हो हम रोज नहाते हैं, क्योंकि हमें बचपन से ही बताया जाता है कि रोज नहाना एक अच्छी आदत है और इससे हम तरोताजा रहते हैं। इसके अलावा नहाने के और भी कई फायदे गिनाए जाते हैं। हालांकि, यह भी सच है कि नहाने के बाद हमें जो ताजगी महसूस होती है, वह चीज किसी और चीज में कहां होती है। लेकिन विज्ञान इस बारे में कुछ और ही मानता है। जानें रोजाना नहाने की इस आदत को विज्ञान क्यों नहीं मानता अच्छा...
त्वचा की खुद को साफ रखने की क्षमता
विज्ञान कहता है कि रोजाना नहाने से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो रही है। वहीं, दुनियाभर के त्वचा विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड में रोज न नहाना ही बेहतर है, इससे हमारी त्वचा सुरक्षित रहेगी। कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि त्वचा में खुद को साफ करने की बेहतर क्षमता होती है। अगर आपको रोज पसीना नहीं आता, धूल-मिट्टी में नहीं रहते, तो जरूरी नहीं कि आप रोज नहाएं।
गर्म पानी से नहाने के नुकसान
सर्दियों में ज्यादा देर तक गर्म पानी से नहाने से और ज्यादा नुकसान हो सकता है। क्योंकि इससे शरीर का प्राकृतिक तेल निकल जाता है और त्वचा रूखी हो जाती है। प्राकृतिक तेल शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। यह एक अवरोधक के रूप में भी कार्य करता है, जबकि शरीर को मॉइस्चराइज़ भी रखता है। इसलिए सर्दियों में हफ्ते में दो या तीन दिन ही नहाना चाहिए।
नाखूनों के लिए हानिकारक
रोजाना गर्म पानी से नहाना भी नाखूनों के लिए हानिकारक माना जाता है। क्योंकि नाखून समय के साथ पानी को सोख लेते हैं। फिर ये मुलायम होकर टूट जाते हैं। साथ ही प्राकृतिक तेल निकलने के कारण ये रूखे और कमजोर होने लगते हैं। गर्म पानी उनकी प्राकृतिक चमक और चिकनाई को छीन सकता है।
त्वचा संक्रमण का खतरा
कोलंबिया यूनिवर्सिटी के एक संक्रामक रोग विशेषज्ञ के मुताबिक, "रोजाना नहाने से त्वचा रूखी और कमजोर हो जाती है. इससे संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ता है. इसलिए रोजाना नहाना नहीं चाहिए."
क्या इस वजह से रोज नहाना जरूरी है?
नहाने की आदत व्यक्ति के मूड, तापमान, जलवायु और सामाजिक दबाव पर अधिक निर्भर करती है। हमारे देश में धार्मिक कारणों से स्नान का बहुत महत्व माना जाता है। इसके अलावा यहां पानी की कोई कमी नहीं है। हालांकि भारत में कई बार सामाजिक दबाव के चलते नहाना भी जरूरी हो जाता है।
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भारत के लोग नहाने में सबसे आगे हैं
हाल ही में हुए एक सर्वे के मुताबिक भारत, जापान और इंडोनेशिया के लोग नहाने के मामले में दुनिया में काफी आगे हैं। कई शोधों में यह बात सामने आई है कि रोजाना नहाना न सिर्फ पानी की बर्बादी है, बल्कि यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है।
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