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आगरा, 15 अगस्त। वक्त ने पलटा खाया और एक महिला का चरित्र हनन करना भारी पड़ गया। संकल्प जल सेवा वाले पंडित जी जल सेवा की जगह जेल में सेवा करेंगे। थाना ताजगंज पुलिस ने महिला को बदनाम करने के आरोप में सामाजिक कार्यकर्ता ब्रजेश पंडित को आज जेल भेज दिया। महिला ने ब्रजेश पंडित पर उसे बदनाम करने, कई व्हाट्सएप ग्रुप पर उसके बारे में अश्लील मैसेज भेजने और पांच लाख रुपये की चौथ मांगने के आरोप लगाये थे। पुलिस ने जांच के बाद आज दोपहर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। चित्र झूठ बोल सकते हैं चरित्र नहीं जैसे वाक्य रोजाना लिखने वाले पंडित जी के चरित्र पर ही धब्बा लग गया।
यहां उल्लेखनीय है कि थाना सदर क्षेत्र की रहने वाली महिला ने आईजी रेंज ऑफिस में शिकायत की थी। शिकायत में कहा कि वह सामाजिक कार्यकर्ता है। उससे नामनेर निवासी बृजेश शर्मा उर्फ बृजेश पंडित ने संपर्क किया। अपनी 'संकल्प सेवा' संस्था में सहयोग करने का प्रस्ताव रखा। इस पर वह संस्था के साथ जुड़कर सामाजिक कार्य करने लगी। आरोप है कि बृजेश पंडित महिला को व्हाट्सएप पर अशोभनीय, असम्मानजनक और अश्लील मैसेज करने लगा। अकेले में मिलने का भी दबाव बनाया। ऐसा नहीं करने पर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। पीड़िता ब्रजेश पंडित द्वारा संचालित सभी व्हाट्सएप ग्रुप से अलग हो गई। अपनी पूर्व की संस्था में ही कार्य करना शुरू कर दिया।
शिकायत में कहा गया है कि इसके बाद भी सामाजिक कार्यकर्ता ब्रजेश पंडित की हरकतें बंद नहीं हुईं। आरोपी ने विभिन्न ग्रुपों में महिला के बारे में अशोभनीय, असम्मानजनक मैसेज भेजकर सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाना शुरू कर दिया। पांच लाख रुपये की चौथ भी मांगी। आरोपी की हरकतों से महिला परेशान हो गई।
इस मामले में पिछले दिनों थाना ताजगंज में आईटी एक्ट, छेड़छाड़, चौथ मांगने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया। थाना ताजगंज के प्रभारी निरीक्षक भूपेंद्र कुमार का कहना है कि आरोपी ब्रजेश पंडित को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
गौरतलब है कि इस महिला और ब्रजेश पंडित के बीच विगत जून माह में विवाद सार्वजनिक हुआ था, जब व्हाट्सएप ग्रुप से रिमूव करने को लेकर उन्होंने एक-दूसरे को कानूनी नोटिस भेजे थे। इन नोटिसों को कुछ व्हाट्सएप ग्रुपों में वायरल भी कर दिया गया था। इसके बाद वह रोजाना सैकड़ों लोगों को सुप्रभात वाले मैसेज में चित्र झूठ बोल सकते हैं चरित्र नहीं जैसे मैसेज भेज कर अपना पक्ष रखने में लगे थे। अब वह अपने बारे में कह रहे थे या किसी दूसरे के बारे में, अब जाकर पता चला।
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