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आगरा यूथ फेस्टिवल : रैंप पर बिखरे बुनकरों की लुप्त होती कला के रंग


-एडीए व वर्ल्ड डिजायनिंग फोरम के संयुक्त तत्वावधान में सेल्फी प्वाइंट पर आयोजित आगरा यूथ फेस्टिवल के फिनाले में बिखरा हैंडलूम परिधानों के फैशन का जलवा

न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा, 01 जुलाई। उड़ीसा की पटचित्रा, आंध्र की कलमकारी, ब्लॉक पेंटिंग, पंजाब की फुलकारी और लखनऊ की चिकनकारी से सजे परिधान रैम्प पर उतरे तो मानो फैशन के सतरंगी रंग फिजा में बहने लगे। धागे से लेकर कपड़ा बनाने, रंगाई, कढ़ाई से लेकर परिधान बनने तक सब कुछ हैंडमेड था। एडीए व वर्ल्ड डिजायनिंग फोरम के संयुक्त तत्वावधान में सेल्फी प्वाइंट पर आगरा यूथ फेस्टीवल के फिनाले में आज शनिवार को फैशन शो का भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में देश भर से आए 200 फैशन डिजयनर और 50 मॉडलों द्वारा कच्छ का काला कॉटन, बिहार का टसर सिल्क, टसर कॉटन, गुजरात का पटोला फेब्रिक के परिधान, मध्य प्रदेश का माहेश्वरी सिल्क और कॉटन, राजस्थान का कोटा डोरिया, हरियाणा का रेजा के परिधानों को रैम्प पर उतरे तो देश के बुनकरों को मिली संजीवनी जैसे प्रतीत हो रहे थे।
                                  मिस यूनीवर्स नेहल


फेस्टिवल के फिनाले का शुभारम्भ पूरन डावर, रामसकल गुर्जर, डॉ. रंजना बंसल, सभ्य सांची, मिस यूनीवर्स नेहल, आज तक ग्रुप के एडीटर अमित त्यागी, अभिनेत्री शांती प्रिया, एडीए के एग्जूकेटिव जीनियर, पूरन कुमार, वर्ल्ड डिजायनिंग फोरम के सीईओ अंकुश अनामी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
अंकुश अनामी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि भारत की कला और संस्कृति को जीवित रखना है तो हमें बुनकरों को प्रमोट करना होगा। तीन राउंड (एथनिक, वैस्टर्न, इंडो वैस्टर्न) में आयोजित फैशन शो में हैंडलूम के ब्राइडल ड्रेस से सिंगल पीस ड्रेस, गाउन, सलवार कुर्ता आदि हर तरह के परिधान थे। इस अवसर पर देश भर से आए फैशन डिजायनरों द्वारा प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसमें कश्मीर से लेकर केरल तक के बुनकरों द्वारा तैयार परिधान सजे थे। इस अवसर पर मुख्य रूप से शिल्पी, पुष्पेन्द्र, सृष्टी, निशा, हरप्रीत, फैशन डिजायनरों में मुम्बई की निशा कपिला, गायत्री वश्री, हरप्रीत कौर, फरीदाबाद से कुमकुम, पंजाब से कुलप्रीत आदि उपस्थित थे।    
फूल, पत्तियों और फलों से तैयार रंगों से होती है असली कलमकारी
आगरा। आंध्र प्रदेश के करनू से आयी हिमा बिंदू पेशे से इंजीनियर है, लेकिन अपने प्रांत के कला को जीवित बने रखने के लिए कलमकारी पर भी काम कर रही हैं। कहती हैं असली कलमकारी कलम और पेड़, पत्तों, फल, पेड़ के जनों, जल आदि से तैयार रंगों से की जाती है। एक साड़ी पर कलमकारी करने में 3-4 महीने तक लग जाते हैं, जिस पर सिर्फ कलमकारी करने की कीमत 12-20 हजार तक हो सकती है। ऐसी की प्राकृतिक रंगों से ब्लॉक पेंटिंग की जाती है। वहीं मुम्बई की गायत्री वार्षी ने एल्गी (पानी पर जमने वाली काई) पर बैक्टीरिया ग्रो कराकर बायोडिग्रिडेबिल लैदर तैयार किया है। जिसे पेंटेंट कराकर पर्स, बेल्ट व परिधान तैयार करने की तैयारी है।   
विभिन्न कैटेगरी में चुने गए 10 फाइनलिस्ट
आगरा। 19 मई से आई लव माई आगरा सेल्फी प्वाइंट पर आयोजित आगरा यूथ फेस्टिवल में विभिन्न कैटेगरी में लगभग डेढ हजार प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें 51 पाइनलिस्ट का चुनाव किया गया। इन्ही 51 प्रतिभागियों में से 10 विभिन्न कैटेगरी में 10 विनर का चुनाव हुआ। जिन्हें 2 जुलाई को कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य द्वारा ट्राफी व प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे। विनर प्रतिभागियों द्वारा आज सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।   
कल दो जुलाई को होगा मिस एंड मिस्टर आगरा कॉन्टेस्ट
आगरा। दो जुलाई को मिस्टर एंड मिस आगरा, मिसेस आगरा कॉन्टेस्ट के साथ फैशन शो का भी आयोजन किया जाएगा। मिस्टर आगरा व मिस आगरा में 18 से 30 वर्ष व मिसेस आगरा में विवाहित महिलाओं सहित कुल 95 प्रतिभागी भाग लेंगे।

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