'पृथ्वी' पंचतत्व में विलीन

आगरा के लाल की शहादत को

हजारों ने किया आखरी सलाम,

 चौड़ी हो गई आगरा की छाती


शहीद पृथ्वी सिंह का होता अंतिम संस्कार

 मुकेश उपाध्याय ( न्यूज़ स्ट्रोक )
आगरा। आसमान की ऊंचाइयों को मापने वाले आगरा के लाल विंग कमांडर पृथ्वी का पार्थिव शरीर जब आगरा लाया गया, तब शहर के बाशिंदों की आंखें नम थीं। चिट्ठी न कोई संदेश जाने वो कौन सा देश... जहां तुम चले गए। इस गीत की पंक्तियां हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में शहीद हुए विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चाैहान पर सटीक बैठ रही थीं।
 शहीद विग कमांडर पृथ्वी सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल लोग।

पृथ्वी सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्यमंत्री प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल, जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह, एसपी सुधीर कुमार सिंह। ( फोटो डीएम टि्वटर हैंडल )

गौरतलब है कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के साथ हेलीकॉप्टर हादसे में आगरा के विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान भी शहीद हो गए थे। आज सुबह उनका पार्थिव शरीर करीब साढ़े 10 बजे खेरिया एयरपोर्ट पर पहुंचा। केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, एयर कमांडिंग ऑफिसर एओआईसी एसके वर्मा व पैरा कमाण्डों और स्पेशल फोर्सेज के जवानों ने सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। करीब 11.30 बजे तक श्रदांजलि अर्पित की गई। इस दौरान तमाम पुलिस प्रशासन सेना के अधिकारी मौजूद रहे। यहां से उनका शरीर फूलों से सजे सैन्य वाहन में एमजी रोड होते हुए दयालबाग स्थित घर लाया गया। 
शहीद विंग कमांडर का शव पहुंचने से पहले ही श्रद्धांजलि देने के लिए भारी भीड़ उनके घर पर जमा हो चुकी थी। सभी लोग आगरा के इस जांबाज कमांडर को अपने पुष्प  अर्पित करने को बेताब थे। भगवान टॉकीज से लेकर दयालबाग, पृथ्वी के घर तक लोगों की भारी भीड़ जमा रही।
 पृथ्वी सिंह के पार्थिव शरीर पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करती शहीद की पत्नी एवं अन्य परिजन। 

सरन नगर से शहीद का पार्थिव शरीर ताजगंज मोक्षधाम के लिए ले जाया गया। अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए।  'जब तक सूरज चांद रहेगा पृथ्वी तेरा नाम रहेगा' के नारे लोग लगाते रहे। इन सभी की आंखें जरूर नम थी लेकिन दिल गर्व महसूस कर रहा था। आगरा वासियों की छाती 56 इंच से भी ज्यादा चौड़ी थी।
कल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली से आगरा पहुंच कर शहीद पृथ्वी सिंह चौहान के परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की थी। ताजगंज मोक्षधाम पर शहीद की पार्थिव देह को लेकर सेना का ट्रक पहुंचा। इसके बाद शहीद की पार्थिव देह को ससम्मान के साथ अंतिम संस्कार के लिए वायु सेना के जवान ले गये।
अंत्येष्टि स्थल पर वायु सेना ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। ताजगंज मोक्षधाम पर करीब ढाई बजे पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया।आठ साल के मासूम बेटे व 12 साल की बेटी ने शहीद पिता पृथ्वी सिंह को मुखाग्नि दी तो हर किसी की आंखें भर आईं।  
अंतिम संस्कार के वक्त सेना व पुलिस के जवान, प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

रातों रात बनी पृथ्वी सिंह के घर तक जाने वाली सड़क 

पृथ्वी सिंह चौहान के घर तक जाने वाले गली को रातों-रात दुरुस्त कर दिया गया था। पड़ोसियों के मुताबिक, शुक्रवार रात 10 बजे काम शुरू हुआ और ढाई घंटे में पक्की सड़क बना दी गई।12 साल पहले गली को बनाया गया था, लेकिन तारकोल और गिट्टी अब डाली गई है।





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