बूट मैन्यूफैक्चरर और जूता कारीगर नहीं करेंगे मतदान

शू फैक्ट्रियों के बंद होने और

बेरोजगारी के चलते फैसला 


-सरकार की नीतियों को ठहराया जिम्मेदार 


न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा, 24 जनवरी। ताजनगरी में जूता फैक्ट्रियों के लगातार बंद होने और इससे हज़ारों कारीगरों के बेरोजगार होने के लिए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार बताते हुए बूट मैन्यूफैक्चरर एसोसिएशन व उससे जुड़े जूता कारीगरों ने विधान सभा चुनावों में मतदान का बहिष्कार करने का निश्चय किया है।
इस बात की घोषणा एसोसिएशन के सदस्यों व बेरोजगार हो चुके कारीगरों ने शाहगंज शिव दासानी क्षेत्र स्थित फैक्ट्री के सामने प्रदर्शन कर किया। मौजूद लोगों ने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रदेश व केन्द्र के प्रमुख लोगों से मिलने के बाद भी भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा। ताजनगरी के घरेलू जूते उद्योग की लगभग 35 फैक्ट्रियों पर ताले ज़ड़ चुके हैं। सरकार की गलत नीतियों के कारण लगभग 4 से 5 हजार जूता कारीगर बेरोजगार हो गए हैं। 
एसोसिएशन के सचिव अनिल महाजन ने बताया कि सरकारी नीतियों ने मुगल काल से 2017 तक ताजनगरी में फल फूल रहे घरेलू जूता उद्योग की कमर तोड़ दी है। सरकार द्वारा थोपे गए नियमों के कारण फैक्ट्रियां सरकारी टैंडर में हिस्सा नहीं ले पा रहीं। बैंकों की रिकवरी आने से कई फैक्ट्रियां ही नहीं मकान भी बिक गए। फैक्ट्री मालिक फैक्ट्री बेचकर नौकरी करने को मजबूर हैं तो कई बेरोजगार हो गए हैं।
वर्ष 2016-17 में जिन फैक्ट्रियों का टर्न ओवर 18-20 करोड़ था, आज दो करोड़ पर पहुंच गया है। 2-3 करोड़ टर्न ओवर वाली छोटी फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं।
इस अवसर पर मुख्य रूप से नीना महाजन, अध्यक्ष सुनील गुप्ता, डीपी गुप्ता, राहुल, नितिन, कीरीगरों में भगवती प्रसाद, सोनू, विशाल सहरा, रवि शंकर, विनोद, मुकेश, विजय, ब्रजेश, रामदास, पप्पू आदि मौजूद थे। 

इन्होंने किया पलायन

  • एमबीएफ फैक्ट्री के मालिक प्रेमप्रकाश फैक्ट्री बेचकर लुधियाना में नौकरी कर रहे।
  • सॉफ्ट वेयर कॉरपोरेशन के अनिल गुप्ता फैक्ट्री बेचकर पठानकोट शिफ्ट हो गए।
  • विजयपथ शू फैक्ट्री की इंदु गुप्ता फैक्ट्री बेचकर पठानकोट शिफ्ट हो गए।
  • सोनी लैदर वर्क्स योगेन्द्र फैक्ट्री बेचकर दिल्ली शिफ्ट हो गए।
  • हरीओम एसएम इंटरप्राइसेस फैक्ट्री और मकान दोनों बेच दिया। फिलहाल  बेरोजगार हैं।
  • विजय शू फैक्ट्री अनिल गुप्ता ने भी फैक्ट्री बेचकर पठानकोट शिफ्ट हुए।
  • दिल्ली फुटवेयर फैक्ट्री बेचकर दिल्ली शिफ्ट हुए।
  • सिद्दीविनायक के अनिल की फैक्ट्री पर बैंक की रिकवरी आ चुकी है।
  • यश इंचरप्राइजेज के ओमप्रकाश रिकवरी के कारण मकान बिक गया।

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