गर्भ संस्कार की प्रक्रिया से ही भारत फिर बनेगा विश्व गुरु

 

कार्यक्रम में गर्भ संस्कार पर व्याख्यान देते आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजेंद्र पेंसिया। 

-श्री अरविंदो सोसाइटी ने यूथ हॉस्टल में मनाया श्री मां अवतरण दिवस समारोह

न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा, 21 फरवरीश्री चंद्रभान साबुन वाले सेवा ट्रस्ट द्वारा आगरा में निर्माणाधीन विश्व के पहले गर्भ संस्कार एवं मेटरनिटी होम के परिप्रेक्ष्य में श्री अरविंदो सोसायटी द्वारा आज सोमवार शाम यूथ हॉस्टल में श्री मां अवतरण दिवस समारोह मनाया गया। समारोह के अंतर्गत एक ओर गर्भ संस्कार पर विद्वानों ने सारगर्भित व्याख्यान दिए, वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी मन मोह लिया।
मुख्य अतिथि आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजेंद्र पेंसिया और उत्तराखंड विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति सुंदरलाल ने श्री अरविंदो और श्री मां की तस्वीर पर माल्यार्पण व समक्ष दीप जलाकर समारोह का शुभारंभ किया।
एडीए उपाध्यक्ष राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि जब गर्भ धारण करने से लेकर प्रसव तक स्त्री को पूरे परिवार का प्यार और अपनापन मिलेगा तो न केवल जन्म लेने वाला शिशु स्वस्थ और मेधावी होगा बल्कि इससे नारी सशक्तिकरण भी सही मायनों में साकार होगा।
पूर्व कुलपति सुंदर लाल ने कहा कि हिंदू धर्म और जैन शास्त्रों में बताई गईं विज्ञान सम्मत क्रियाओं, आचार-विचार और आहार-विहार के अनुसरण से मां के गर्भ से ही विलक्षण शौर्य, तीव्र मेधा और अद्भुत प्रतिभा संपन्न शिशुओं का जन्म संभव है। गर्भ संस्कार की अनूठी प्रक्रिया द्वारा भारत को फिर से विश्व गुरु बनाया जा सकता है। 
स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. संध्या अग्रवाल ने कहा कि अब माता-पिता की नौकरी आदि में व्यस्तता और संयुक्त परिवार के टूटने से बच्चे संस्कारवान नहीं बन पा रहे। बच्चों को घर के बुजुर्गों द्वारा धर्म-संस्कृति और नैतिक मूल्यों का ज्ञान नहीं मिल पा रहा। ऐसे में बच्चों को जन्म से पूर्व गर्भ में ही श्रेष्ठ संस्कार दिए जाने की महती आवश्यकता है।
डॉ. पंकज गुप्ता ने कहा कि हमारे आसपास का वातावरण मां के गर्भ को सीधे प्रभावित करता है। विषैले वातावरण के कारण ही आज शिशु एबनॉर्मल या मानसिक रूप से विकलांग पैदा हो रहे हैं। 
श्री अरविंदो सोसाइटी की चेयर पर्सन डॉ. सुनीता गर्ग ने श्री माँ और श्री अरविंदो का परिचय देते हुए कहा कि श्री अरविंदो और श्री मां की परिकल्पना के अनुसार अति मानव के अवतरण हेतु अति मानसिक सशक्त पीढ़ी की आवश्यकता है। ये तभी संभव है जब गर्भ संस्कार द्वारा ऐसा सकारात्मक वातावरण बनाया जाए कि श्रेष्ठ आत्माएं  भारतीय मांओं के गर्भ में प्रवेश कर सकें। 
सोसाइटी की वाइस चेयरपर्सन योगिता शर्मा ने सोसायटी के बारे में जानकारी दी। श्री चंद्रभान साबुन वाले सेवा ट्रस्ट के संस्थापक अशोक गोयल ने सभी का आभार जताया। कवि सुशील सरित ने संचालन किया। डॉ. रेणुका मित्तल, डॉ. वीना, सुनील विकल, अशोक बंसल अश्रु, संजय गोयल, संजय गुप्त भी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

रामलाल वृद्ध आश्रम को दी एंबुलेंस..

चंद्रभान साबुन वाले सेवा ट्रस्ट द्वारा भेंट की गई एंबुलेंस की चाबी रामलाल वृद्ध आश्रम के शिवकुमार शर्मा को सोंपते हुए एडीए वीसी राजेंद्र पेंसिया, बृज लता गोयल एवं अन्य।


समारोह में श्री चंद्रभान साबुन वाले सेवा ट्रस्ट द्वारा रामलाल वृद्ध आश्रम को मानव सेवा के लिए एक वातानुकूलित एंबुलेंस भेंट की गई। ट्रस्ट के संस्थापक अशोक गोयल, अध्यक्ष अशोक कुमार अग्रवाल एडवोकेट, महामंत्री मनोज अग्रवाल, श्रीमती ब्रज लता गोयल, रमेश चंद्र अग्रवाल पंखे वाले और राकेश गर्ग ने संयुक्त रूप से  राजकुमार जैन, सुनील जैन, संदेश जैन और शिव प्रकाश शर्मा को एंबुलेंस की चाबी सौंपी।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समा 
समारोह में विजयलक्ष्मी और लता शर्मा के विद्यार्थियों की नृत्य प्रस्तुति, सुशील सरित की प्रार्थना, आन्श्वना सक्सेना का वंदे मातरम और मोहित सक्सेना के भजन 'मेरे मन के अंध तमस में ज्योतिर्मय उतरो' ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।

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