👉कई कॉलोनियों से बहकर आने वाले पानी का भार एक ही नाले पर
न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा, 15 जुलाई। कमला नगर क्षेत्र के कर्मयोगी में आने वाली यमुना विहार कॉलोनी फेस-2 (वार्ड 87) के लोग जलभराव की समस्या से परेशान हैं। बारिश के सीजन में नालों का गंदा और बदबूदार पानी, कीचड़ घरों में भर रहा है। इससे लोगों को आर्थिक नुकसान सहना पड़ रहा है और बीमारियों का खतरा भी बढ़ा है।
बता दें कि ढलान के कारण मुख्य कमला नगर और कर्मयोगी क्षेत्र से अधिकांश कॉलोनियों का पानी यमुना विहार फेस-2 की ओर ही आता है जबकि यहां जल निकासी के लिए उचित व्यवस्था पहले से ही नहीं है। कई कॉलोनियों से बहकर आने वाले पानी का भार एक ही नाले पर है। ऐसे में इतनी अधिक कॉलोनियों से आने वाले पानी के बहाव को यह नाला नहीं सह पा रहा है। इसके लिए सर्वे कराकर समाधान की आवश्यकता है।
जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने और कॉलोनी के बाहर मुख्य नाले का लेवल कॉलोनी की छोटी नालियों के लेवल से काफी ऊपर आ जाने के कारण से आम दिनों का पानी ही मुख्य नाले से घरों की ओर बैक होता है। अहम बात यह है कि न ही कभी यहां के नाले और नालियों की तलाझाड़ सफाई ही हो पाती है। बारिश के दिनों में यह समस्या और भी विकराल रूप ले चुकी है।
हल्की बारिश में ही कॉलोनी की सड़कों पर पानी भर जा रहा है और नाले ओवरफ्लो हो रहे हैं। इससे नाले का पानी बैक होकर घरों में आ रहा है।
जलभराव के कारण होने वाली अन्य समस्याओं में जलभराव के समय सड़कों के गड्ढे नजर न आना, नाले भी पानी में समा जाने के कारण नाले और पुलिया नजर न आना जैसी समस्याएं भी हैं। कई बार वाहन पलटने और वाहन चालकों, सवारियों के घायल हो जाने की घटनाएं भी हो चुकी हैं। खेलते समय नाले-नालियों और गड्ढों में गिरकर बच्चों के चोटिल हो जाने, कोई घटना—दुर्घटना या अनहोनी हो जाने का खतरा भी बना हुआ है।
प्रमुख समस्या:
- जलभराव के कारण सड़कों पर पानी भर रहा है, जिससे आवागमन बाधित हो जाता है।
- घरों में पानी घुसने से फर्नीचर आदि आर्थिक नुकसान हो रहा है, सीलन की समस्या हो गई है।
- बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए।
- पानी जमा होने से सांप-बिच्छू जैसे जहरीले जीव भी घरों में घुसने का खतरा है।
- जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के कारण यह समस्या बनी हुई है।
- नाले-नालियां ओवरफ्लो होने से गंदगी और दुर्गंध रहती है।
निवासियों की मांग
- जल निकासी की उचित व्यवस्था की जाए।
- मुख्य नाले का चौड़ीकरण अथवा नवनिर्माण किया जाए।
- बेहतर नाले या अन्य जल निकासी प्रणाली का निर्माण किया जाए।
- सड़कों को पक्का किया जाए ताकि बारिश का पानी जमा न हो।
- तलाझाड़ साफ-सफाई की व्यवस्था की जाए ताकि बीमारियों को फैलने से रोका जा सके।
अधिकारियों से अपील
आज दिनांक 15 जुलाई 2025 को इस संबंध में एक ज्ञापन नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल को सौंपा गया। अधिकारियों से अनुरोध किया गया है कि इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करे ताकि कॉलोनी वासियों को राहत मिल सके। उचित कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा न हो। यह समस्या क्षेत्र में लंबे समय से है, लेकिन इस वर्ष यह और बढ़ गई है। स्थानीय लोग जलभराव से बहुत परेशान हैं और वे चाहते हैं कि नगर निगम व प्रशासन उनकी मदद करे। ज्ञापन देने वालों में रमेश चंद शर्मा, मुकेश चंद गुप्ता, दीपक गुप्ता, दिगम्बर शर्मा, प्रशांत गुप्ता, कृष्ण गोपाल शर्मा, रोहित शर्मा, अमन, चिंटू आदि शामिल थे।
1 Comments
ये आगरा की काफ़ी जगह समस्या है।
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