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क्रिप्टो करेंसी को बांड जैसी संपत्ति के रूप में रखा जाना संभव होगा ?

सरकार संसद के शीत सत्र में

ला सकती है एक विधेयक


- देश में इस करेंसी को लेकर लेनदेन की

 अनुमति नहीं दी जा सकती 


नई दिल्लीसरकार क्रिप्टोकरेंसी को एक संपत्ति के रूप में मान्यता देने का प्रावधान कर सकती है। इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, क्रिप्टो को लेन-देन का निपटान करने और भुगतान करने के लिए मुद्रा के रूप में अनुमति नहीं दी जा सकती है, लेकिन उन्हें शेयर, सोना या बांड जैसी संपत्ति के रूप में रखा जा सकता है।
माना जा रहा है कि इस बार के शीत सत्र में सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर विधेयक ला सकती है। इस विधेयक में कई बातों पर स्थिति साफ हो सकती है। माना जा रहा था कि भारत सरकार चीन की तरह क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह पाबंदी लगाने के पक्ष में है।
इकोनॉमिक टाइम्स ने सरकार के इस कदम से ताल्लुक रखने वाले सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि क्रिप्टोकरेंसी पर पूर्ण प्रतिबंध को लागू करने से सरकार बच सकती है। हालांकि सरकार क्रिप्टो कंपनियों को रोकने के लिए तैयार दिख रही है, जिसमें एक्सचेंज और प्लेटफॉर्म शामिल हैं जो सक्रिय रूप से नए निवेशकों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते हफ्ते इस मुद्दे पर बैठक की थी। दरअसल, क्रिप्टोकरेंसी को लेकर आशंका है कि इसका इस्‍तेमाल टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग में हो सकता है। इसके बाद अब कारोबार के लिए सख्‍त नियम बनाए जा रहे हैं और इसका बिल शीतकालीन सत्र में आ सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार सरकार टैक्सेसन के पहलुओं पर भी काम कर रही है। सरकार संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में इस विधेयक को पेश करने पर विचार कर रही है। कुल मिलाकर सरकार क्रिप्टोकरेंसी  पर सीधे बैन से इतर बीच का रास्ता अपनाने की ओर देख रही है।

 आखिर क्या है क्रिप्टोकरेंसी

क्रिप्टोकरेंसी में इस समय बिटकॉइन सबसे ज्यादा चर्चा में है । हालांकि कई अन्य करेंसी भी चर्चा में है। जो आनन फानन में लोगों को लखपति करोड़पति बना रही हैं और झटके में उनका अकाउंट साफ कर रही हैं। दरअसल आभासी मुद्रा या कूटमुद्रा क्रिप्टोग्राफी प्रोग्राम पर आधारित एक वर्चुअल करेंसी या ऑनलाइन मुद्रा है। यह पीयर-टू-पीयर कैश सिस्टम है। क्रिप्टो-करंसी को डिजिटल वालेट में ही रखा जा सकता है। वास्तव में, क्रिप्टो-करेंसी के इस्तेमाल के लिये बैंक या किसी अन्य वित्तीय संस्थान की आवश्यकता नहीं है। इस पर किसी भी देश की सरकार का नियंत्रण नहीं है। आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी एक तरह का डिजिटल पैसा है, जिसे आप छू तो नहीं सकते, लेकिन रख सकते हैं। यानी यह मुद्रा का एक डिजिटल रूप है।यह किसी सिक्के या नोट की तरह ठोस रूप में आपकी जेब में नहीं होता है।  यह पूरी तरह से ऑनलाइन होता है।



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