रूपाली का मुकाबले छोटेलाल
की राह बनेगी कुछ मुश्किल

जितेंद्र वर्मा रूपाली दीक्षित छोटे लाल वर्मा
मुकेश उपाध्याय (न्यूज़ स्ट्रोक)
आगरा, 23 जनवरी । भारतीय जनता पार्टी के फतेहाबाद से निवर्तमान विधायक जितेंद्र वर्मा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अब वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। उन्हें पार्टी का जिला अध्यक्ष बनाया गया है। अभी तक मधुसूदन शर्मा पार्टी के जिला अध्यक्ष थे, जो बाह विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले वह सपा से जिस पद से विदा हुए थे, उसी पर पार्टी में उनकी वापसी हुई है।
जितेंद्र वर्मा के समाजवादी पार्टी में शामिल होने से फतेहाबाद विधानसभा सीट पर पार्टी की प्रत्याशी रूपाली अशोक दीक्षित को निश्चित ही लाभ मिलने की संभावना है। भाजपा ने जितेंद्र वर्मा की टिकट काटकर छोटे लाल वर्मा को दी थी। ब्राह्मणों के प्रति अपने विवादास्पद बयानों के लिए छोटे लाल वर्मा पहले से ही रूपाली दीक्षित के मुकाबले पिछड़ते दिख रहे हैं। छोटे लाल वर्मा का ब्राह्मण वर्ग पूरी तरह से विरोध कर रहा है। क्षेत्र में भाजपा को वोट देते रहे ब्राह्मण भी छोटे लाल वर्मा से खासे नाराज हैं।
छोटे लाल वर्मा का ब्राह्मणों की चोटी काटने वाला बयान ब्राह्मणों के गुस्से का कारण बना हुआ है। यह बयान समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी रूपाली दीक्षित के पिता अशोक दीक्षित को लेकर दिया गया था। जिस वक्त छोटे लाल वर्मा ने बयान दिया था, तब भाजपा से जुड़े तमाम ब्राह्मणों ने भी छोटे लाल वर्मा पर निशाना साधा था। फिलहाल क्षेत्र से जुड़े भाजपाई ब्राह्मण पार्टी अनुशासन के नाम पर छोटे लाल वर्मा के खिलाफ कुछ बोल नहीं रहे लेकिन अंदर ही अंदर छोटे लाल वर्मा से खार खाए बैठे हैं। सभी छोटे लाल वर्मा को सबक सिखाने के मूड में हैं।
अब जितेंद्र वर्मा के समाजवादी पार्टी में जाने से समाजवादी पार्टी के समर्थकों में इजाफा ही होगा। पांच साल विधायक रहने के दौरान जितेंद्र वर्मा ने फतेहाबाद में अपना जनाधार तो तैयार किया ही था। इसका एक बड़ा हिस्सा वह समाजवादी पार्टी की ओर मोड़ने में कामयाब हो सकते हैं। वर्तमान विधायक होने के कारण कोई भी क्षेत्र में जितेंद्र वर्मा के प्रभाव को नजरअंदाज नहीं कर सकता।
दूसरी ओर रूपाली दीक्षित भी छोटे लाल वर्मा के मुकाबले आक्रामक चुनाव लड़ रही हैं। विधानसभा चुनाव के नतीजों में ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो भविष्य में पता चलेगा लेकिन फिलहाल फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र में बदलाव की बयार तो चल ही रही है। छोटे लाल वर्मा क्षेत्र के दिग्गज नेताओं में शुमार किए जाते हैं लेकिन इस बार उनकी राह टेढ़ी दिख रही है। इस सीट पर बीएसपी से शैलेंद्र सिंह जादौन उर्फ शैलू हैं। यहां त्रिकोणीय स्थित बन रही है। फतेहाबाद सीट से सबसे ज्यादा कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। इसके बाद 4 बार भाजपा, 3 बार जनता दल, 2 बार सोशलिस्ट पार्टी के विधायक बने। वहीं एक-एक बार जनता पार्टी, बसपा और आरपीआई के कैंडिडेट जीत चुके हैं। छोटे लाल वर्मा यहां तीन बार विधायक रहे हैं। 1993 और 2002 में भाजपा से और 2012 में बसपा से। छोटे लाल वर्मा का दिल एक जगह नहीं टिकता इसलिए वह बदलने में माहिर हैं।
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