भारत रत्न लता के निधन पर
दो दिन का रहेगा राष्ट्रीय शोक
मुकेश उपाध्याय, न्यूज स्ट्रोक
मुंबई, 6 फरवरी। लता मंगेशकर के रूप में देश की सबसे सुरीली आवाज आज खामोश हो गई। सुर सम्रागी ने आज रविवार को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। जी हां, लता मंगेशकर का आज 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। यह बुरी खबर आते ही देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत पूरे देश से शोक समाचार मिल रहे हैं।
लता मंगेशकर के निधन पर देश में दो दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया है। सरकार के सूत्रों ने बताया है कि इस दौरान राष्ट्रधव्ज आधा झुका रहेगा। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा।
लता मंगेशकर की तबियत बिगड़ने पर बीते कल शनिवार 5 फरवरी को उन्हें फिर से वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था। गौरतलब है कि कोरोना और निमोनिया से संक्रमित होने के बाद उन्हें 8 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पिछले 28 दिनों से वह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थीं । तब तबियत में कुछ राहत मिलने पर उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट से हटा दिया गया था, लेकिन शनिवार खबर आयी थी कि एक बार फिर से लता दी की तबीयत बिगड़ गई है।
लता मंगेशकर भारतीय सिनेमा की सबसे सफल गायिका रहीं । उन्होंने 13 साल की उम्र से अपना सिंगिंग करियर शुरू किया था। उन्होंने अलग-अलग भारतीय भाषाओं में 30 हजार से ज्यादा गानों को अपनी आवाज दी है। भारत सरकार की ओर से भारत रत्न के अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण, दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड और कई नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'मैं इसे अपना सम्मान मानता हूं कि मुझे हमेशा लता दीदी से अपार स्नेह मिला। उनके साथ मेरी बातचीत अविस्मरणीय रहेगी। लता दीदी के निधन पर मुझे अपने सभी भारतीयों के साथ शोक है। मैंने उनके परिवार से बात की और संवेदना व्यक्त की। शांति।'
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