एनजीटी टीम ने ताज संरक्षित वन क्षेत्र का किया निरीक्षण, ढूंढे खनन के सबूत


- तीन अगस्त को होनी है इसकी सुनवाई 

न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा, 26 जुलाई । ताज संरक्षित वन क्षेत्र मे अवैध खनन की शिकायत के बाद मंगलवार को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की टीम जांच करने आगरा पहुंची। टीम ने संरक्षित वन क्षेत्र का निरीक्षण किया। मामले में डॉ. शरद गुप्ता की शिकायत पर तीन अगस्त को एनजीटी में सुनवाई होगी।
एनजीटी की टीम आगरा पहुंची। उसने शिकायकर्ता और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ मौके पर निरीक्षण किया। वहां बारीकी से निरीक्षण करते हुए रिपोर्ट तैयार करने के लिए सबूत जुटाए। बता दें कि आगरा के एक्टिविस्ट डॉ. शरद गुप्ता ने एनजीटी में अवैध खनन को लेकर शिकायत की थी। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा था कि आगरा में बड़े स्तर पर खनन किया जा रहा है। खनन ताजमहल के आसपास और यमुना के प्रतिबंधित डूब क्षेत्र में हो रहा है, जिससे इस क्षेत्र के जानवर और पौधों को काफी नुकसान हो रहा है। 
अवैध खनन से ताजमहल के साथ परिस्थितिकी तंत्र को भी नुकसान हो रहा है। उनकी शिकायत पर एनजीटी ने संज्ञान लेते हुए मई में याचिका दर्ज कर ली थी। इसके बाद एनजीटी की बेंच ने मामले की जांच और तुरंत सुधार के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन भी किया था। समिति को दो माह में अपनी रिपोर्ट एनजीटी में पेश करनी है। इसको लेकर मंगलवार को समिति आगरा पहुंची। उन्होंने ताज संरक्षित वन क्षेत्र और यमुना के डूब क्षेत्र का निरीक्षण किया। समिति के साथ शिकायतकर्ता डॉ. शरद गुप्ता, वन विभाग, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी मौजूद रहे। निरीक्षण के बाद टीम अब वास्तविक स्थिति की रिपोर्ट एनजीटी में पेश करेगी। डॉ. शरद गुप्ता से भी समिति ने पूछताछ की है। सूत्रों की मानें तो एनजीटी की टीम आने से कईयों में हडक़ंप मचा रहा। 

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