कॉमनवेल्थ गेम्स : ऊंची कूद में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने थे तेजस्विन शंकर


न्यूज़ स्ट्रोक
नई दिल्ली, 04 अगस्त। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में भारत का खाता खुल गया है। हाई जंपर तेजस्विन शंकर  ने देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीता। 23 साल के शंकर ने देश के लिए 18वां मेडल जीता। यह कॉमनवेल्थ गेम्स के इतिहास में भारत के लिए हाई जंप का पहला ही मेडल है। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में अभी तक भारत ने 5 गोल्ड, 6 सिल्वर और 7 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं।
बर्मिंघम के एलेग्जेंडर स्टेडियम में हुए हाई जम्प फाइनल में तेजस्विन ने 2.22 मीटर की छलांग के साथ कांस्य पदक जीता। न्यूजीलैंड के हैमिश कैर ने 2.25 मीटर की छलांग के साथ पहला स्थान हासिल किया और ऑस्ट्रेलिया के ब्रैंडन स्टार्क को सिल्वर मेडल मिला। तेजस्विन ने 2.10 मीटर, 2.15 मीटर, 2.19 मीटर और 2.22 मीटर की छलांग पहले ही प्रयास में पार कर ली। लेकिन. 2.25 की ऊचाईं वो नाप नहीं पाए। उनका पर्सनल बेस्ट 2.29 मीटर का है जो उन्होंने 2018 में प्राप्त किया था।
अपनी जीत के बाद तेजस्विनी ने कहा-"मैं बहुत खुश हूं कि मैंने पदक जीता और एथलेटिक्स में भारत की तालिका खोली। मैं सभी का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया।


 तीन दिन पहले ही पहुंचे बर्मिंघम,
 तेजस्विन शुरू में टीम में नहीं थे

 ओपनिंग सेरेमनी तक घर पर बैठकर टीवी पर देखी
2018 में गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में 6वें स्थान पर रहने वाले तेजस्विन शंकर को चेन्नई में एक इंटर-स्टेट में प्रतिस्पर्धा करने में विफल रहने के बाद शुरू में भारतीय एथलेटिक्स टीम में नहीं चुना गया था।
lउस समय वह अमेरिका में एनसीएए चैंपियनशिप में भाग ले रहे थे। शंकर ने कॉमनवेल्थ गेम्स की ओपनिंग सेरिमनी घर पर बैठकर टीवी पर देखी थी। तेजस्विन शंकर तीन दिन पहले ही बर्मिंघम पहुंचे थे। वह बर्मिंघम रवाना होने के लिए भारतीय दल में शामिल होने वाले आखिरी नाम थे, लेकिन उन्होंने ट्रैक एंड फील्ड में भारत के लिए पहला पदक जीता है। 
कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए 2.27 मीटर ऑटोमैटिक क्वालिफिकेशन अंक प्राप्त करने के बावजूद, तेजस्विन को भारतीय एथलेटिक्स महासंघ द्वारा चयन के लिए योग्य नहीं माना गया था।

कोर्ट में गए तब हुआ चयन 
तेजस्विन ने खेलों में भाग लेने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर करते हुए एएफआई को कटघरे में ला खड़ा किया। हाई कोर्ट ने एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया और भारतीय ओलंपिक संघ को उन्हें कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के लिए भारतीय टीम में शामिल करने का आदेश दिया।
एएफआई ने शुरू में कहा था कि अगर आईओए एथलेटिक्स के लिए कोटा बढ़ाता है तो इसमें तेजस्विन का नाम शामिल होगा। अंत में उन्हें टीम में क्वार्टर-मील धावक अरोकिया राजीव के बाहर होने के बाद शामिल किया गया। राजीव अपने फिटनेस टेस्ट में विफल रहे थे।
लेकिन इस दौरान कहानी में एक और मोड़ तब आया जब आईओए  तेजस्विन की भागीदारी को लेकर स्वीकृति नहीं दी लेकिन भारतीय टीम के दो सदस्यों के डोप परीक्षण में विफल होने के बाद आखिरकार राष्ट्रमंडल खेल महासंघ ने तेजस्विन की प्रविष्टि को स्वीकार कर लिया

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