हिंदूवादियों ने ताज हेरिटेज कॉरिडोर पर किया सांकेतिक जलाभिषेक


-अखिल भारत हिंदू महासभा के कई नेता हुए हाउस अरेस्ट और गिरफ्तार, फिर भी चकमा देने में सफल रहे


न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा, 01 अगस्त । अखिल भारत हिंदू महासभा ने ताजमहल को भगवान शिव का मंदिर बताते हुए ताज हेरिटेज कारिडोर पर आज सांकेतिक जलार्पण किया। हालांकि पुलिस ने महासभा के प्रमुख पदाधिकारियों को घरों में नजरबंद कर दिया था।
सावन के तीसरे सोमवार यानी आज अखिल भारत हिंदू महासभा ने ताजमहल में जलाभिषेक करने का ऐलान रविवार को कर दिया था । ऐसे में पुलिस अलर्ट हो गई। रविवार रात में 10 पदाधिकारियों को हाउस अरेस्ट कर लिया। आठ गिरफ्तार भी हुए हैं। फिर भी पुलिस को चकमा देते हुए कई कार्यकर्ता परिक्रमा करते हुए ताज कॉरिडोर की तरफ से यमुना किनारे पहुंच गए।
ताजमहल से 300 मीटर से भी कम दूरी पर खड़े होकर सांकेतिक जलाभिषेक किया। कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। हर-हर महादेव और श्रीराम के जयकारे भी लगाए।



अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रवक्ता संजय जाट ने कहा, ताजमहल भगवान शंकर का मंदिर तेजोमहालय है। संजय जाट ने कहा, रविवार रात से सुबह तक पुलिस संगठन के हिंदूवादियों को पकड़ती रही। 12 बजे तक पुलिस ने अलग अलग जगहों से महासभा के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। जब हमने वादा किया था कि जलाभिषेक नहीं करेंगे। फिर भी हमारे घरों पर लाते क्यों मारी गई? इसी बात से क्षुब्ध होकर कार्यकर्ताओं ने यमुना किनारा रोड पर ताज कॉरीडोर की तरफ से ताजमहल का जलाभिषेक किया है।
अखिल भारत हिंदू महासभा की मीना दिवाकर और जितेंद्र कुशवाहा को पुलिस ने रविवार रात हाउस अरेस्ट कर दिया। साथ ही सभी मुख्य नेताओं के यहां पुलिस निगरानी बढ़ा दी। हिंदूवादी नेता अवतार सिंह गिल को सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। 
संजय जाट और मीना दिवाकर ने कोरोनाकाल के समय हंगामा किया था। मीना दिवाकर कांवड़ लेकर यमुना किनारा कार्यकर्ताओं के साथ चली थीं। पुरानी मंडी पर उन्हें पुलिस ने रोका था। काफी हंगामे के बाद कांवड़ लेकर हिंदूवादी राजेश्वर मंदिर गए थे। इसके बाद पुलिस ने कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। मीना दिवाकर पर ताजमहल में पूजा करने के आरोपों में भी मुकदमा दर्ज हो चुका है।

इससे पूर्व भी कई विवाद 
ताजमहल में रामनामी दुपट्टा ले जाने से रोकने पर भी विवाद हुए हैं। 24 अक्टूबर 2012 में वनवासी सत्संग समिति के सदस्य कोठी मीना बाजार में हो रही कथा में आए थे। वो लोग ताजमहल देखने पहुंचे। उनके रामनामी गेरुए दुपट्टों को उतरवा दिया गया।
इसके अलावा 2017 में दिल्ली में सुपर मॉडल इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भाग लेने आईं 34 देश की मॉडल ताज देखने पहुंची थीं। इसमें दो मॉडल रामनामी दुपट्टा पहने थीं। इन दोनों मॉडल के दुपट्टे उतरवा दिए गए थे। इसको लेकर भी विवाद हुआ था।

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