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| रामकथा में आरती करते भाजपा महानगर आगरा अध्यक्ष भानु महाजन। साथ है गोपी गुरु तथा अन्य। |
-लंगड़े की चौकी पर चल रही श्रीराम कथा में सुनाई श्रीराम के जन्म की कथा
न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा, 14 मार्च। लंगड़े की चौकी स्थित श्री राज पब्लिक स्कूल परिसर में जारी श्रीराम कथा के तीसरे दिन मंगलवार को कथा व्यास पंडित भरत उपाध्याय ने प्रभु श्रीराम के जन्म की कथा, नारद मोह की कथा, रावण, कुंभकरण, विभीषण, हिरण्यकश्यप समेत अन्य असुरों के पूर्व जन्म की कथाएं सुनाईं।
कथा व्यास भरत उपाध्याय के श्रीमुख से श्री राम जन्म की कथा सुनकरभक्त भावविभोर हो गए। भए प्रगट कृपाला दीन दयाला कौसल्या हितकारी...। श्रीराम का जन्म होते ही रामकथा का पंडाल प्रभु श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। पुष्प वर्षा होने लगी। व्यास गद्दी से भरत उपाध्याय ने बताया कि भगवान का जन्म असुरों और पापियों का नाश करने के लिए हुआ था। विप्र धेनु सुर संत हित, लीन्ह मनुज अवतार। कथा क्रम में ही उन्होंने बताया कि एक बार नारद को कामदेव पर विजय पाने का अहंकार हो गया। भगवान विष्णु ने भक्त को भटकने से बचाने के लिए माया की नगरी व उसमें माया के स्वयंवर की रचना की शादी रचाने के लिए नारद ने भगवान से हरि का स्वरूप मांगा। भगवान ने नारद को बंदर का रूप दे दिया। स्वंयवर में लोगों ने नारद का उपहास किया। जिस पर उन्होंने भगवान विष्णु को श्राप दे दिया कि जिस प्रकार से हम पत्नी के लिए तड़पे हैं ठीक उसी प्रकार पत्नी के वियोग में तड़पोगे और इन्हीं बंदरों के सहयोग के बाद तुम्हारा कल्याण होगा।
उन्होंने कहा कि भारत में सती नारियों का असित्व बहुत बड़ा है। सावित्री यमराज से लड़ गई तो माता कौशल्या ने राम को मानव कल्याण के लिए वन में जाने से नहीं रोका। सती अनुसुइया ने त्रिदेवों को शिशु के रूप में पालने में झुलाया। भाजपा महानगर अध्यक्ष भानू महाजन ने दिन कि कथा के अंत में आरती उतारी। कथा के दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता प्रमोद गुप्ता, बबलू लोधी, संजीव चतुर्वेदी, राजकुमार पथिक, ममता शर्मा, लालू जादौन। लंगड़े की चौकी मंदिर के महंत गोपी गुरु, राम उपाध्याय आदि मौजूद रहे।


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