🎂केक काटकर किया न्यू ईयर सेलिब्रेट, गीत-संगीत-नृत्य के साथ खूब की मस्ती और मचाया धमाल
न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा, 03 जनवरी । राजा बलवंत सिंह डिग्री कॉलेज से सत्र 1993-94 में हिंदी विषय से स्नातकोत्तर उत्तीर्ण करने वाले छात्र-छात्रा जब आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर-13 स्थित निहारिका शर्मा के आवास पर अंग्रेजी नववर्ष-2024 का स्वागत करने के लिए एकजुट हुए तो बरबस ही 30 वर्ष पहले साथ पढ़ने की पुरानी यादें ताजा हो गईं।
हंसी-ठहाकों के साथ मस्ती और धमाल के बीच उस समय सबकी आंखें नम हो गईं जब दिवंगत शिक्षकों डॉ. श्याम लाल यादव 'राजेश' और डॉ. बीके सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। अवसर था आरबीएस एमए हिंदी व्हाट्सएप ग्रुप द्वारा आयोजित न्यू ईयर वेलकम मीट का। कार्यक्रम संयोजक निहारिका शर्मा के साथ ग्रुप एडमिन व ग्रुप के फाउंडर निराला पुरस्कार से सम्मानित कवि कुमार ललित ने सभी मित्रों का भावभीना स्वागत किया।
तुम्हारी सांस पल भर को
कवि कुमार ललित की इन पंक्तियों पर सब झूम उठे- " "तुम्हारी सांस पल भर को हमें यदि मिल गई होती। हमारी देह चंदन सी सुवासित हो गई होती। अगर तुम बांच लेते चाहतों की पांडुलिपियां तो हमारे नेह की पुस्तक प्रकाशित हो गई होती.."
इससे पूर्व, सर्वप्रथम केक काटकर सभी ने एक दूसरे को अंग्रेजी नव वर्ष की शुभकामनाएं दीं। 'मधुबन खुशबू देता है, सबका मन हर लेता है। जीना उसका जीना है, जो औरों को जीवन देता है' गीत अपनी मधुर आवाज में सुना कर निहारिका शर्मा ने सभी को परोपकार की प्रेरणा दी।
छाप तिलक सब छीनी रे..
शोभा गोस्वामी द्वारा प्रस्तुत लांगुरियों और सूफी गीत 'छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाइ के' ने समां बांधा तो प्रवीन गोयल द्वारा प्रस्तुत भजन 'कीर्तन की है रात बाबा! आज थाने आनौ है' और 'भोले ओ भोले! मेरे यार को मना दे, वो प्यार फिर जगा दे..' ने सबको भावविभोर कर दिया।
इस क्रम में चंद्रमणि जग्गी ने 'ये जीवन है, इस जीवन का यही है, यही है, यही है रंग रूप' जैसे दार्शनिक गीत सुनाकर जीवन को भरपूर जीने की प्रेरणा दी।
पवन गोलस, सुधीर गौतम और सुरेंद्र सिंह ने कॉलेज के पुराने किस्से सुना कर सबको लोटपोट कर दिया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि भारतीय जीवनबीमा निगम में कार्यरत अरविंद शर्मा ने भी अपनी जिंदा दिल हाजिर जवाबी और लाजवाब टिप्पणियों से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए।
1 Comments
बहुत सुंदर.
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