58 वंदे भारत ट्रेनों के लिए नीलामी प्रक्रिया शुरू, कई प्रमुख और बड़ी कंपनियों ने अपनी रुचि दिखाई




( मनीकंट्रोल की वेबसाइट से साभार )
नई दिल्ली। वंदे भारत ट्रेनों और मेक इन इंडिया थीम को लेकर अबकी बार 1 फरवरी को पेश किये गये यूनियन बजट 2022 (में देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बड़े ऐलान किये गये। बजट के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार 3 सालों में 400 वंदे भारत चलाने की योजना पर काम रही है।
नई मेट्रो रेल के लिए इनोवेटिव फंडिंग की जायेगी और 3 साल में 100 गतिशक्ति कार्गो टर्मिनल बनेंगे। अब सरकार की वंदेभारत ट्रेन से संबंधित घोषणा पर अमलीजामा पहनाने का काम शुरू होता दिखाई दे रहा है। सीएनबीसी-आवाज़ की दीपाली नंदा ने सूत्रों के हवाले से कहा कि इस साल 75 वंदे भारत ट्रेनें दौड़ेंगी जिन्हें फेज अनुसार लॉन्च किया जायेगा। इसमें पहले चरण में 58 ट्रेनों शुरू करने के लिए उनकी नीलामी होगी।
इस नीलामी के लिए देश की नामी गिरामी कंपनियों ने बोली लगाने में अपनी रुचि दर्शाई है। सूत्रों के मुताबिक अगले महीने वित्तीय बोलियां मंगवाई जा सकती है और इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सीएनबीसी-आवाज़ को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक नीलामी प्रक्रिया में Titagarh Wagons, MEDHA ENG ने दिलचस्पी दिखाई। इसके अलावा BHEL ने भी वंदेभारत ट्रेनों की नीलामी में दिलचस्पी दिखाई है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि अगले महीने के मध्य तक इसके लिए फाइनेंशियल बिडिंग शुरू हो सकती है। ये सभी योजनाएं मेक इन इंडिया की थीम पर लागू की जायेंगी। इस समय दो वंदे भारत ट्रेनें चलाई जा रही हैं। हालांकि दिल्ली से कटरा और दिल्ली से बनारस इन दो रूट पर चलने वाली दोनों वंदे भारत ट्रेने रेलवे द्वारा ही चलाई जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक एक रैक बनाने का खर्च 100 करोड़ रुपये के करीब आता है। सरकार की योजना है कि इसमें निजी कंपनियों की भागीदारी को बढ़ाया जाना चाहिए। सरकार को उम्मीद है कि मेक इन इंडिया के तहत बनने वाली ट्रेनें से निजी कंपनियों को सरकारी इंसेटिव का लाभ मिलेगा जिसकी वजह से निजी कंपनियों की दिलचस्पी इस प्रोजेक्ट में बढ़ेगी और वे सरकार की इस योजना को सफल बनाने में अपना योगदान देंगी। इसमें दिलचस्पी दिखाने वाली निजी कंपनियां Titagarh Wagons और MEDHA ENG को पहले से ही रेलवे के साथ काम करने का अनुभव है और माना जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट में इनकी बोली को खासा महत्व दिया जा सकता है।    

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