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आगरा, 13 सितम्बर। भागवत कथा सुनने मात्र से मनुष्य के पापों का नाश हो जाता है। ईश्वर इस सृष्टि के कण-कण में विराजमान है, जरूरत है उन्हें महसूस करने की और पाने की। ईश्वर को पाने का सबसे सरल रास्ता है आत्मियता से उनसे जुड़कर नाम जपते रहना। ये कहना था जीवनी मंडी स्थित खाटू श्याम मंदिर में श्री भागवत चिंतन ट्रस्ट की ओर से चल रही भागवत कथा मे व्यास पीठासीन कृष्णांग गौरव का। श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन मंगलवार को शुकदेव आगमन, नारद व्यास संवाद एवं परीक्षित जन्म का वर्णन किया गया।
कथावाचक कृष्णांग गौरव ने कहा कि जब राजा परीक्षित माता के गर्भ में थे। उसी समय अश्वत्थामा ने ब्रह्मास्त्र का प्रयोग परीक्षित की मां उत्तरा के गर्भ पर किया। उत्तरा ने भगवान श्री कृष्ण को पुकारा। भगवान श्रीकृष्ण ने उत्तरा के गर्भ की स्वयं रक्षा की। जब परीक्षित का जन्म हुआ। कथा के मुख्य यजमान रौनक अग्रवाल, सलोनी अग्रवाल हैं। वही, दैनिक यजमान अशोक कुमार गर्ग और शालिनी गर्ग रही।
मीडिया समन्वयक अमित अग्रवाल ने बताया कि बुधवार को कपिल देवहुति संवाद, शिव विवाह, ध्रुव चरित्र और सती चरित्र का वर्णन किया जाएगा। भागवत कथा दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक चलेगी। इस अवसर पर संरक्षक नितेश अग्रवाल, गौरव गर्ग, श्याम सुंदर माहेश्वरी, अनुराग शर्मा, अमन अग्रवाल, रामचंद माहेश्वरी, अभिषेक गर्ग, नीरज गर्ग, मनोज चतुरानी, कमल गुप्ता, शालू दीक्षित, उर्मिला माहेश्वरी, आशी अग्रवाल, स्वीटी गर्ग, आरोही गर्ग, संदीपा माहेश्वरी, प्रियंका महेश्वरी, सुनीता गुप्ता आदि मौजूद रहे।
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