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दो 'इंडियंस' ने ही छीन ली टीम इंडिया से कानपुर टेस्ट में जीत

भारत और न्यूजीलैंड के

बीच पहला टेस्ट मैच ड्रा


- अंतिम विकेट लेने के लिए तरसते रह गए भारतीय गेंदबाज 

 

कानपुर टेस्ट के अंतिम दिन न्यूजीलैंड का अंतिम विकेट लेने के लिए जद्दोजहद करते भारतीय टीम के खिलाड़ी। ( फोटो बीसीसीआई टि्वटर से साभार )


न्यूज़ स्ट्रोक
कानपुर। भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया कानपुर टेस्ट मैच बेनतीजा रहा। यह एक ऐसा नतीजा था, जिस पर अंतिम गेंद फेंके जाने के बाद भी विश्वास नहीं हो रहा था। टीम इंडिया के नाम कानपुर में जो जीत पूरी तरह तय लग रही थी, वो स्कोरबोर्ड पर अब ड्रॉ दिखा रही थी। इस ड्रॉ का स्वाद हार से भी ज्यादा कसैला दिख रहा था। खास बात ये भी रही कि टीम इंडिया के हाथ से जिस जोड़ी ने जीत छीनी वो भी एक भारतीय जोड़ी ही थी।
भारत ने दूसरी पारी में कीवियों को 284 रनों का लक्ष्य दिया था। जवाब में कीवी टीम पांचवें दिन के खत्म होने तक मैच को ड्रॉ कराने में सफल रही। भारत की ओर से दूसरी पारी में रवींद्र जडेजा ने चार सफलताएं अपने नाम कीं। वहीं, आर अश्विन ने तीन विकेट लिए, जबकि अक्षर पटेल और उमेश यादव को एक-एक विकेट मिला।
पूरे पांच दिन चला ये टेस्ट मैच अपने आखिरी ओवर तक खेला गया, जीत टीम इंडिया के खाते में आ ही गई थी लेकिन अंत में कुछ ऐसा हुआ कि नतीजा ड्रॉ निकला। 
मैच को ड्रॉ कराने में डेब्यू कर रहे रचिन रवींद्र और एजाज पटेल ने बड़ी भूमिका निभाई। रचिन ने 91 गेंदें खेली, जबकि एजाज ने भी विकेट बचाते हुए 23 गेंदों का सामना किया। आखिरी विकेट के लिए इस जोड़ी ने कुल 52 गेंदों का सामना किया।
जब रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी ने न्यूजीलैंड को झटके देने शुरू किए तब लगा कि मैच में जीत टीम इंडिया की होगी लेकिन दसवां विकेट लेने में भारतीय गेंदबाजों के पसीने छूट गए। कप्तान अजिंक्य रहाणे ने लगभग पूरी टीम पिच के करीब खड़ी कर दी लेकिन अंतिम विकेट झोली में नहीं गिरा।
भारतीय मूल के रचिन का जन्म 18 नवंबर 1999 को न्यूजीलैंड के वेलिंग्टन में हुआ था। उनके पिता का नाम रवि कृष्णमूर्ति और माता का नाम दीपा कृष्णमूर्ति है। न्यूजीलैंड में हट हॉक्स क्लब के संस्थापक रचिन रवींद्र के पिता रवि 1990 के दशक की शुरुआत में भारत से चले गए थे। वह पहले बंगलुरू में रहते थे। वहीं, एजाज का जन्म 21 अक्टूबर 1988 को मुंबई में हुआ था। जब वे आठ साल के थे तो उनका परिवार न्यूजीलैंड शिफ्ट हो गया था।
इससे पहले, पांचवें दिन न्यूजीलैंड की टीम ने चार रन पर एक विकेट से आगे खेलने उतरी और पहले सत्र में जबरदस्त प्रदर्शन किया। टॉम लैथम और विलियम सोमरविल ने मिलकर 76 रनों की शानदार साझेदारी की, लेकिन मजबूत होती इस जोड़ी को भारतीय तेज गेंदबाज उमेश यादव ने तोड़ते हुए सोमरविल को पवेलियन भेज दिया।
ब्रेक के बाद चौथे नंबर पर आए कप्तान विलियमसन ने लैथम के साथ मिलकर दूसरे सत्र की शुरुआत की और दोनों ने मैच बचाने के लिए बहुत संघर्ष किया।
इस बीच, जडेजा ने अपना जादू चलाते हुए लैथम (52) और कप्तान विलियमसन (24) को अपना शिकार बनाया, इनके आउट होने के बाद कीवियों की पारी लड़खड़ाती दिखाई दी, लेकिन अंतिम विकेट के लिए रचिन रवींद्र (18) और एजाज पटेल (4) मैदान में डटे रहे और जिससे भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहला टेस्ट मैच ड्रा हो गया। भारत ने अपनी पहली पारी में 345 और न्यूजीलैंड ने 294 रन बनाए थे। कल अपनी पारी को 234 पर घोषित करते हुए मेहमानों को 284 का टार्गेट दिया था। भारत में कभी भी 276 से ज्यादा का लक्ष्य विदेशी टीम चौथी पारी में चेज नहीं कर पाई है। इस मैच में 170 रन कुल बनाने वाले श्रेयस अय्यर ने शानदार प्रदर्शन किया है। उन्हें इसके लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
दूसरी पारी में भारत को श्रेयस अय्यर (65), अश्विन (32) और रिद्दिमान साहा (61 नाबाद) ने 51 रन पर 5 विकेट की स्थिती से उबारा था। इसके बाद टीम का स्कोर 234 तक पहुंचाने में इन खिलाड़ियों का अहम योगदान रहा था। अय्यर ने पहली पारी में भी 105 रन बनाए थे और डेब्यू टेस्ट में वे शतक बनाने वाले 16वें भारतीय बने थे।




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