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यूपी के सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम में सिंधी देवी देवता और महापुरुष शामिल किए



प्रयागराज, 28 मई (न्यूज़ स्ट्रोक) यूपी बेसिक शिक्षा परिषद के तहत संचालित उत्तर प्रदेश के सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पहली बार छात्र सिंधी समाज के देवी-देवताओं, महापुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में अध्ययन करेंगे। इन अध्यायों को शामिल करने की प्रक्रिया इसी शैक्षणिक सत्र (2023-24) से शुरू हो रही है।
अधिकारियों के अनुसार, राज्य के 75 जिलों के 40,000 से अधिक सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा 6 और 8 की पाठ्यपुस्तकों में ऐसे देवताओं और महापुरुषों पर आधारित विषय को जोड़ा गया है।
प्रयागराज स्थित राज्य शिक्षा संस्थान (एसआईई) के प्राचार्य नवल किशोर ने कहा कि भगवान झूलेलाल पर विषय पाठ को छठी कक्षा की पुस्तक 'ग्रेट पर्सनालिटी' में जोड़ा गया है, जिसे नैतिक शिक्षा के विषय के रूप में पढ़ाया जाता है। सिंधी समाज भगवान झूलेलाल को वरुण देव (जल देवता) का अवतार मानता है और उनके अवतरण दिवस को चेटी चंड के रूप में मनाता है।
संत बाबा आशुराम साहिब और अमर शहीद भागवत कंवर राम साहिब से संबंधित जानकारी कक्षा 8 की इतिहास की पाठ्यपुस्तक 'हमारा इतिहास और नागरिक जीवन' भाग III के पृष्ठ संख्या 68 पर 'भारत में पुनर्जागरण' अध्याय में जोड़ी गई है। इसी तरह अमर शहीद हेमू कलानी के प्रेरणादायी व्यक्तित्व को इस पुस्तक के पाठ 'अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर' में जोड़ा गया है।
राज्य शिक्षा संस्थान, प्रयागराज में शिक्षा की सहायक उप निदेशक एवं समग्र शिक्षा की समन्वयक दीप्ति मिश्रा ने बताया कि बच्चों को महापुरूषों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने के लिए प्रत्येक पाठ में एक क्यूआर कोड दिया गया है। विस्तृत या अतिरिक्त जानकारी प्राप्त करने के लिए मोबाइल फोन से स्कैन किया गया। गौरतलब  है कि स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) की ओर से पिछले साल सिंधी समाज के महापुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों की जीवन गाथाओं को पाठ्यक्रम में शामिल करने के निर्देश दिए गए थे। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में 2,772,364 सिंधी भाषी हैं।
हालांकि  इस संख्या में जातीय सिंधी शामिल नहीं हैं जो अब भाषा नहीं बोलते हैं। सिंधी लोग मुख्य रूप से भारत के उत्तर-पश्चिमी भाग में रहते हैं - जिनमें राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और दिल्ली राज्य शामिल हैं।सिंधी सेंट्रल पंचायत आगरा के मीडिया प्रभारी मेघराज दियालानी ने इसे उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का एक बड़ा और अच्छा कदम बताया। उन्होंने कहा कि इससे ना सिर्फ सिंधी समाज बल्कि अन्य सभी वर्गों के बच्चे सिंधी समाज के स्वर्णिम इतिहास से परिचित हो सकेंगे। 

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