श्वेत पोशाक और गजानन स्वरूप में श्री जगन्नाथजी ने दिए दर्शन, झूमे भक्त



🙏🏼मनाया श्री जगन्नाथ का प्राकट्योत्सव, विभिन्न तीर्थ स्थलों के 108 जल व दुग्ध कलशों से हुआ अभिषेक

न्यूज़ स्ट्रोक
आगरा, 04 जून । वर्ष में एक बार श्रीजगन्नाथ जी के गजानन स्वरूप में दर्शन पाकर हर भक्त धन्य था। कहीं हरे राम हरे कृष्ण... पर झूमते श्रद्धालू तो कहीं हाथों में हरिनाम की मेहंदी लगवाते भक्त। देश के विभिन्न तीर्थस्थलों से लाए गए जल, पंचगव्य, पंचामृत, फलों के रस से श्रीजगन्नाथ जी का बहन सुभद्रा व भाई बलराम संग वैदिक मंत्रोच्चारण से महाभिषेक किया गया। महाभिषेक के उपरान्त हर तरफ बिखरी पूर्णिमा की धवल चांदनी में श्वेत परिधान से श्रंगारित गजाजन के अलौकिक स्वरूप में सजे भगवान श्रीजगन्नाथ के दर्शन मानों भक्तों को परमानन्द की अलौकिक और दिव्य स्थिति में ले गए। सम्पूर्ण परिसर में श्रीहरि के जयकारे गूंजन लगे।   
शंखनाद के साथ श्रीहरि के पट खुले तो दोनों हाथ ऊपर कर हरि बोल के जयकारों के साथ मानों हर भक्त ने खुद को प्रभु के चरणों में समर्पित कर दिया। कमला नगर स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में भगवान जगन्नाथ जी का प्राकट्योत्सव अन्तर्राष्ट्रीय श्रीकृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) द्वारा महाअभिषेक महोत्सव (स्नान यात्रा) के रूप में भक्तिभाव के साथ मनाया गया। महाअभिषेक आगरा इस्कॉन के अध्यक्ष अरविन्द प्रभु, उड़ीसा के पंचतत्व प्रभु ने सम्पन्न कराया। दिल्ली के श्रीनिकेत प्रभु ने कीर्तन किया। इस अवसर पर जोनल सचिव देवकीनंदन प्रभु, रीजनल सचिव वीपी परिव्राजक प्रभु, ललित माधव प्रभु भी मौजूद थे।



मृदंग और मंजीरों संग महोत्सव स्थल पर पहुंचे श्रीहरि
आगरा। महाअभिषेक से पूर्व दोपहर 12 बजे श्रीहरि को मंदिर से मृदंग व मंजीरों संग कीर्तन के साथ अभिषेक स्थल महाराजा अग्रसेन सेवा सदन, कमला नगर पर लाया गया। जहां अभिषेक से पूर्व मंगलाचरण व गीत गोविन्द का भी आयोजन हुआ। तुलसी जी से स्तवन किया।  16 प्रकार के उपचार कर वैदिक मंत्रोच्चारण से भगवान का अह्वान किया गया। अंत में वर्ष में एक बार आयोजित होने वाली गजानन स्वरूप की महाआरती की गई।




जगन्नाथ जी 18 जून तक ग्रहण
नहीं करेंगे चावल, रोटी का भोग

आगरा। महाअभिषेक महोत्सव के बाद से 18 जून तक श्रीहरि का चावल रोटी का भोग नहीं लगेगा। मान्यता के अनुसार बीमार पड़े श्रीहरि को इन दिनों चव्नप्राश, काड़ा व अन्य औषधियां दी जाएंगी। भगवान जगन्नाथ 18 जून तक भक्तों को भी दर्शन नहीं देंगे। स्वास्थ ठीक होने के बाद 18 जून को नयम उत्सव में श्रीहरि बहन सुभद्रा व भाई बलराम के साथ भक्तों को दर्शन देंगे। 20 जून को बल्केश्वर स्थित महादेव मंदिर से रथयात्रा का आयोजन होगा।

श्रीहरि के नाम की मेहंदी भी लगाई
आगरा। महाअभिषेक महोत्सव में भक्तों ने श्रीहरि के नाम की मेहंदी भी लगाई। माथे पर चंदन लगाकर सभी भक्तों का स्वागत किया गया। बच्चों व भक्तों के लिए श्रीहरि, सुभद्रा व बलराम के विग्रह स्वरूपों संग अभिषेक की व्यवस्था की गई। जिसे श्रुति बंसल व अर्चना कुकरेजा ने सम्पन्न कराया। 

इनकी रही विशेष उपस्थिति
इस अवसर पर मुख्य रूप से शैलेन्द्र अग्रवाल संजीव मित्तल राहुल बंसल कांताप्रसाद अग्रवाल आशु मित्तल  ओम प्रकाश अग्रवाल विमल नयन फतेपुरिया अखिल बंसल राजेश खुराना, त्रिलोकचंद अग्रवाल, गौरव बंसल, केशव अग्रवाल, विकास बंसल लड्डू, शैलेश बंसल, नवीन सिंघल, राकेश अग्रवाल, राजीव जैसवाल, बृजेन्द्र अग्रवाल, डॉ. राजपाल, संजय कुकरेजा, रेणु मनचंदा आदि उपस्थित थे।

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